9b45ec62875741f6af1713a0dcce3009 Indian History: reveal the Past: छागल या दिवडी

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रविवार, 7 मई 2023

छागल या दिवडी

chagul

परिचय

इस मोटे कपड़े के थैले को आज की पीढ़ी के लोग न के बराबर जानते है। उस जमाने में बाजार में बोतल बंद पानी नहीं बिकता था और न ही मिल्टन की बोतले थी। तब पानी ठंडा करने के लिए इस कृत्रिम विधि का इस्तेमाल किया जाता था। उस समय पानी पिलाना धर्म का काम माना जाता था। उस जमाने में ये एक अच्छा कर्म माना जाता था खुद का पानी साथ रखना या साथ रख कर यात्रा करना। गर्मी के दिनो मे प्रयोग आने वाली यह छागल एक विशेष प्रकार के कपड़े canvas का बना एक थैला होता था।.इस कपड़े का एक सिरा बोतल के ढक्कन के आकार का होता था इस सिरे को लकड़ी के एक टुकड़े से बंद किया जाता था।आज के युग में शायद ही किसी ने इसका उपयोग किया हो।.

लेकिन पुराने ज़माने में यह गर्मियों के दिनो मे बहुत ही काम की चीज़ थी। रखने में आसान कपड़े की इस छागल में पानी प्राकृतिक तरीके से ठंडा किया जाता था।.ऐसी के कूलिंग सर्किल की तरह ही छागल में पानी ठंडा किया जाता था। पुराने समय में रेलगाड़ी के बाहर टंगा हुआ इसे आसानी से देखा जा सकता था। लोग यात्रा के दौरान इसे साथ ले जाते थे। बस इसकी क्षमता (ए सी) के मुकाबले मात्र 20 प्रतिशत ही थी। यात्रा के दौरान अधिकारियों की छागल गाड़ी के बाहर लटकती रहती थी और वे अंदर बैठकर यात्रा का आनंद लेते थे। ठीक इसी प्रकार किसान भी अपनी बैलगाड़ी पर छागल लटका कर चलते थे।.

अगर किसी राहगीर ने छागल का ठंडा पानी देखकर उसे मांग लिया तो कोई उसे देने से मना नहीं करता था। 1980 के दशक में सरहद पर सीमा पर पैहरा देने वाले सैनिक भी इसका इस्तेमाल करते थे।.इसे दिवड़ी भी कहते है।.इस जादुई कपड़े की खासियत यह थी की गर्मी के बढ़ने के साथ साथ इसके पानी को ठंडा करने की क्षमता भी बढ़ती जाती है। वैसे दोस्तों आज भी रेगिस्तान में ऊंट की सवारी करने के दौरान अक्सर लोग इसका इस्तेमाल करते है। क्युकी रेगिस्तान में कड़ाके की गर्मी पड़ती है।और उससे बचने का यही एक मात्र साधन है। क्युकी रेगिस्तान जैसे इलाकों में पानी के साथ साथ ही बिजली सुविधा,दूरसंचार सुविधाओ का भी अभाव आया जाता है। ऐसे बहुत से क्षेत्र है जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है।

हालाकि की सरकार वर्तमान समय में वहां सोलर पलेट लगाने की परियोजना बना रही। मगर यह इतना आसान भी नहीं है। परियोजना में बहुत सारी चुनौतियां है।अतः पानी को अधिक समय तक संभाल के रखने का छागल ही सबसे उत्तम एवं सबसे सस्ता साधन है।अपनी रिसर्च के दौरान हमने इसे इंटरनेट पे भी खोजने की कोशिश की। काफी जांच पड़ताल के बाद नतीजे संतोष जनक मिले।हम इसे आज भी amezon, जैसे प्लेटफार्म से आसानी से खरीद सकते है।

किस तरह लाभकारी है?छागल हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए

दोस्तो प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को ही नही हमे भी नुकसान पहुंचाता है। आए दिन हम प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीते है,प्लास्टिक की पैकिंग में रखा सामान इस्तेमाल करते है। ये जानते हुए भी की प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है और इसी पर्यावरण में हम रहते है। यानी पर्यावरण में आए परिवर्तन का असर हम पर भी होगा,हम कई बीमारियो का शिकार होंगे। क्युकी प्लास्टिक रिसाइकिल नहीं होता,जलाने पर यह ओजोन परत को नुकसान पहुंचता है,और ओजोन परत के बिना हम सूर्य की रोशनी अपनी त्वचा बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। इस तरह पर्यावरण के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है प्लास्टिक।

नोट हिंद महासागर में ओजोन परत में हुआ छेद अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर चिंता का विषय बना हुआ है।.अतः हम छागल का इस्तेमाल करके स्वयं के साथ साथ पर्यावरण का भी संरक्षण कर सकते हैं।.क्युकी यह कपड़े का बना होता है और आसानी से रिसाइकिल हो जाता है।

दूसरे उदाहरण से समझें

आए दिन रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल करके हम अपनी फसलों की पैदावार बढ़ाते है। प्रारम्भ में तो इन फसलों के सेवन से कोई फरक नही पड़ा।.मगर धीरे धीरे इनका असर दिखना शुरू होने लगा।.कृत्रिम तरीके से बनी रासायनिक खादों से उत्पन्न फसलों से हमे cancer,baby blue syndrom,acidity, High blood pressure,shoogar जैसी भयंकर बीमारियां होने लगी है।.)शुरुआत में उपरोक्त बीमारियों से होने वाली मौतों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। मगर जब आंकड़े ज्यादा होने लगे तो यह चिंता का विषय बन गया। उसके बाद ऑर्गेनिक खेती का कॉन्सेप्ट सामने आया। जबकि पुराने ज़माने में इसी पद्धति के आधार पर फसलें उगाई जाती थी। इसमें प्राकृतिक उर्वरक का इस्तेमाल किया जाता है।

इन फसलों के दाम महंगे होते है।.सो अपनी पुरानी गलतियों को न दोहराते हुए हमे अभी से प्लास्टिक और इस से बनी बोतलों का त्याग करना चाहिए और छागल का इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि हम अपने शरीर में नई बीमारियों को न्यौता न दे सके।.क्या पता मौतों के आंकड़े (इंतजार में)और बीमारियों की लिस्ट आते-आते देर हो जाए और हम कई बीमारियों का शिकार हो जाएं।

 जल शोधक Water purifier

जल शोधक एक उपकरण या प्रणाली है जिसका उपयोग पानी से दूषित पदार्थों,अशुद्धियों और हानिकारक पदार्थों को हटाने के लिए किया जाता है,जिससे यह पीने और अन्य उद्देश्यों के लिए सुरक्षित और उपयुक्त हो जाता है। जल शोधक स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल तक पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं,खासकर उन क्षेत्रों में जहां प्रदूषण या अन्य कारकों के कारण पानी की गुणवत्ता से समझौता किया जाता है। बाज़ार में विभिन्न प्रकार के वॉटर प्यूरिफ़ायर उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रत्येक पानी को शुद्ध करने के लिए अलग-अलग तरीकों का उपयोग करते हैं। कुछ सामान्य प्रकार के जल शोधक में शामिल हैं

1.रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) प्यूरीफायर आरओ वॉटर प्यूरीफायर पानी से घुले हुए लवण, भारी धातुओं और अन्य दूषित पदार्थों को हटाने के लिए एक अर्ध-पारगम्य झिल्ली का उपयोग करते हैं। यह खारे या कठोर पानी को शुद्ध करने में अत्यधिक प्रभावी है।
2.अल्ट्राफिल्ट्रेशन (यूएफ) प्यूरीफायर यूएफ वॉटर प्यूरीफायर पानी से बैक्टीरिया,सिस्ट और कुछ वायरस को हटाने के लिए एक महीन झिल्ली का उपयोग करते हैं। यह उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां पानी अत्यधिक प्रदूषित नहीं है।
3.यूवी ultraviolet (पराबैंगनी) प्यूरीफायर यूवी वॉटर प्यूरीफायर पानी में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्मजीवों को मारने या निष्क्रिय करने के लिए पराबैंगनी विकिरण का उपयोग करते हैं। व्यापक जल उपचार सुनिश्चित करने के लिए इसका उपयोग अक्सर अन्य शुद्धिकरण विधियों के संयोजन में किया जाता है।
4.सक्रिय कार्बन प्यूरीफायर (activated carbon purifier) ये प्यूरीफायर पानी में गंध और स्वाद की समस्या पैदा करने वाले क्लोरीन,तलछट,कुछ रसायनों और कार्बनिक यौगिकों को हटाने के लिए सक्रिय कार्बन फिल्टर का उपयोग करते हैं।
5.गुरुत्वाकर्षण-आधारित प्यूरीफायर(Gravity-based purifier) ये गैर-इलेक्ट्रिक वॉटर प्यूरीफायर हैं जो सक्रिय कार्बन और यूएफ फिल्टर सहित विभिन्न चरणों के माध्यम से पानी को फिल्टर करने के लिए गुरुत्वाकर्षण बल का उपयोग करते हैं।

6.आसवन शोधक Distillation purifier  आसवन शोधक भाप बनाने के लिए पानी को गर्म करते हैं, अशुद्धियाँ छोड़ते हैं और फिर भाप को वापस तरल रूप में संघनित करते हैं। यह अधिकांश प्रदूषकों को प्रभावी ढंग से हटा देता है लेकिन अपेक्षाकृत धीमा और ऊर्जा-गहन हो सकता है। जल शोधक चुनते समय,अपने क्षेत्र में पानी की गुणवत्ता,आपकी आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त शुद्धिकरण तकनीक,रखरखाव आवश्यकताओं और शोधक की क्षमता पर विचार करना आवश्यक है। जल शोधक की निरंतर प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए फिल्टर का नियमित रखरखाव और प्रतिस्थापन महत्वपूर्ण है। हमेशा प्रतिष्ठित ब्रांडों से जल शोधक खरीदना सुनिश्चित करें और यह सुनिश्चित करने के लिए कि उत्पाद गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है और पानी को प्रभावी ढंग से शुद्ध करता है,प्रासंगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा अधिकारियों से प्रमाणन या अनुमोदन की जांच करें।.

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